अंतर्गत मूल्यमापन
लोकभारती (संपूर्ण)
प्रथम सत्र (50 अंक)+ द्वितिय सत्र (50 अंक) = 100 अंक
इकाई परीक्षा (चाचणी) – 20 अंक
उपयोजित लेखन – 10 अंक (सादरीकरण)
क्षमतामापन - 10 अंक
उपक्रम - 10 अंक
लोकवाणी (संयुक्त)
प्रथम सत्र (25 अंक)+ द्वितिय सत्र (25 अंक) = 50 अंक
इकाई परीक्षा (चाचणी) – 10 अंक
उपयोजित लेखन – 5 अंक (सादरीकरण)
क्षमतामापन - 5 अंक
उपक्रम - 5 अंक
एक सत्र में केवल एक ही उपक्रम अपेक्षित
उपयोजित लेखन –
रचना विभाग के अंतर्गत आने वाली रचनाओं का प्रत्यक्ष सादरीकरण – गुटचर्चा या वैयक्तिक रुप से
कक्षास्तर पर मूल्यमापन अपेक्षित
उदा. निबंधस्पर्धा, विज्ञापन सादरीकरण आदि
उपक्रम –
भाषिक ज्ञान को बढावा देने वाले, सहजता से किए जा सकने वाले, अनुभवविश्व तथा उम्र के अनुरूप गुटकार्य द्वारा उपक्रम दिए जा सकतें हैं ।
क्षमतामापन –
भाषण, संभाषण क्षमतामपन के लिए कविता, दोहे सादरीकरण स्पर्धा का आयोजन अथवा गुटचर्चा की जा सकती है ।
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लोकभारती (संपूर्ण)
प्रथम सत्र (50 अंक)+ द्वितिय सत्र (50 अंक) = 100 अंक
इकाई परीक्षा (चाचणी) – 20 अंक
उपयोजित लेखन – 10 अंक (सादरीकरण)
क्षमतामापन - 10 अंक
उपक्रम - 10 अंक
लोकवाणी (संयुक्त)
प्रथम सत्र (25 अंक)+ द्वितिय सत्र (25 अंक) = 50 अंक
इकाई परीक्षा (चाचणी) – 10 अंक
उपयोजित लेखन – 5 अंक (सादरीकरण)
क्षमतामापन - 5 अंक
उपक्रम - 5 अंक
एक सत्र में केवल एक ही उपक्रम अपेक्षित
उपयोजित लेखन –
रचना विभाग के अंतर्गत आने वाली रचनाओं का प्रत्यक्ष सादरीकरण – गुटचर्चा या वैयक्तिक रुप से
कक्षास्तर पर मूल्यमापन अपेक्षित
उदा. निबंधस्पर्धा, विज्ञापन सादरीकरण आदि
उपक्रम –
भाषिक ज्ञान को बढावा देने वाले, सहजता से किए जा सकने वाले, अनुभवविश्व तथा उम्र के अनुरूप गुटकार्य द्वारा उपक्रम दिए जा सकतें हैं ।
क्षमतामापन –
भाषण, संभाषण क्षमतामपन के लिए कविता, दोहे सादरीकरण स्पर्धा का आयोजन अथवा गुटचर्चा की जा सकती है ।
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